सुपर 40 क्लब में शामिल हुआ भारत:UNESCO वर्ल्ड हेरिटेज साइट धोलावीरा
⚫ गुजरात के हड़प्पाकालीन शहर धोलावीरा को यूनेस्को वर्ल्ड हेरिटेज की लिस्ट में शामिल।
⚫44वें सत्र के बाद धोलावीरा वर्ल्ड हेरिटेज में शामिल।
⚫दुनिया के पहले प्राचीन महानगर के तौर पर पहचान।
⚫धोलावीरा की जानकारी 1960 में, 1990 तक चली खुदाई।
⚫भारत सुपर 40 क्लब में हुआ शामिल।
गुजरात के हड़प्पाकालीन शहर धोलावीरा को यूनेस्को वर्ल्ड हेरिटेज की लिस्ट में शामिल कर लिया गया है. यूनेस्को विश्व धरोहर समिति (WHC) के 44वें सत्र के बाद धोलावीरा को वर्ल्ड हेरिटेज को शामिल किया गया है.
संयुक्त राष्ट्र सांस्कृतिक एजेंसी ने एक बयान में कहा:
“धौलावीरा का प्राचीन शहर दक्षिण एशिया में सबसे उल्लेखनीय और अच्छी तरह से संरक्षित शहरी बस्तियों में से एक है, जो तीसरी से दूसरी सहस्राब्दी ईसा पूर्व (सामान्य युग से पहले) तक है”
2014 से अब तक भारत में 10 नए विश्व धरोहर स्थल जुड़े हैं जो हमारे कुल स्थलों का एक चौथाई है.
भौगोलिक स्थिति:
गुजरात के कच्छ के भारत-पाकिस्तान सीमा पर पुरातत्व स्थल यानि धोलावीरा स्थित है. यहां से हडप्पनकालीन सभ्यता के अवशेष पाए गए हैं. यूनेस्को ने ट्वीट कर कहा है कि धोलावीरा! हड़प्पा काल का शहर इस शहर को यूनेस्को की वैश्विक धरोहर की लिस्ट में शामिल किया गया है.
खोज कब हुई?
हडप्पा संस्कृति के इस नगर की जानकारी 1960 में हुई और 1990 तक इसकी खुदाई चलती रही. हडप्पा, मोहन जोदाड़ो, गनेरीवाला, राखीगढ़, धोलावीरा और लोथल ये 6 पुराने महानगर पुरातन संस्कृति के नगर हैं. इनमें से धोलावीरा और लोथल भारत में स्थित हैं जिसमें आज धोलावीरा को वल्ड हेरिटेज साइट के तौर पर शामिल कर लिया है.
असल में भारतीय पुरातत्व विभाग (Archaeological Survey of India ) ने धोलावीरा की खोज 1967-68 में की थी. इसे हड़प्पाकाल के पांच सबसे बड़े स्थलों में शुमार किया जाता है. सिंधु घाटी सभ्यता से जुड़ा यह स्थल पुरातत्विक लिहाज से काफी अहमियत रखता है.
करीब 30 साल तक हुई खुदाई:
माना जाता है कि धोलावीरा में सिंधु घाटी सभ्यता( इंडस वैली सिविलाइजेशन) के अवशेष और खंडहर मिले हैं, और यह उस सभ्यता के सबसे बड़े प्राचीन नगरों में से एक था. भौगोलिक तौर पर यहां वन्य अभ्यारण्य के भीतर खादिरबेट द्वीप पर ये स्थित है और यहां हजारों पक्षी भी आते है.
सुपर 40 क्लब:
क्या है ब्राउन कंट्री का टैग:
यूनेस्को, देशों को रंग के हिसाब से रैंकिंग प्रदान करता है।
यह( ब्राउन कंट्री) एक प्रकार की रैंकिंग का टैग है जो यूनेस्को द्वारा प्रदान किया जाता है। यूनेस्को के हिसाब से जिस देश के पास 40 से 49 वर्ड हेरिटेज साइट्स हैं, वह उन्हें ब्राउन कंट्री कहेगा।
यदि 50 या उससे ज्यादा साइट्स हैं तो वो देश पर्पल कंट्री कहलाएगा। वर्तमान समय में दुनिया में सिर्फ दो पर्पल देश हैं जिसके पास 50 से अधिक वर्ड हेरिटेज साइट्स हैं: 1.इटली(57) 2.चीन(56)
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